| अ.क्र. | साहित्यिकांचे नाव | वर्ष | पुस्तकाचे नाव |
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ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेते |
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| १ | श्री.विष्णू सखाराम खांडेकर | सन १९७४ | ययाति |
| २ | श्री.विष्णू वामन शिरवाडकर (कुसुमाग्रज) | सन १९८७ | नटसम्राट |
| ३ | श्री.विंदा करंदीकर | सन २००३ | अष्टदर्शने |
| ४ | श्री.भालचंद्र नेमाडे | सन २०१४ | हिंदू-जगण्याची समृध्द अडगळ |
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साहित्य अकादमी पुरस्कार |
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| १ | श्री.तर्कतीर्थ लक्ष्मणशास्त्री जोशी | १९५५ | वैदिक संस्कृतीचा विकास |
| २ | श्री.बाळ सीताराम मर्ढेकर | १९५६ | सौंदर्य आणि साहित्य |
| ३ | श्री.चिंतामण गणेश कोल्हटकर | १९५८ | बहुरुपी |
| ४ | श्री. गजानन त्र्यंबक देशपांडे | १९५९ | भारतीय साहित्यशास्त्र |
| ५ | श्री.विष्णू सखाराम खांडेकर | १९६० | ययाति |
| ६ | श्री.द.न.गोखले | १९६१ | डॉ.केतकर |
| ७ | श्री.पुरुषोत्तम यशवंत देशपांडे | १९६२ | अनामिकेची चिंतनिका |
| ८ | श्री.श्रीपाद ना.पेंडसे | १९६३ | रथचक्र |
| ९ | श्री.रणजित देसाई | १९६४ | स्वामी |
| १० | श्री.पु.ल.देशपांडे | १९६५ | व्यक्ति आणि वल्ली |
| ११ | श्री.त्र्यंबक शंकर शेजवलकर | १९६६ | श्री.शिवछत्रपति |
| १२ | श्री.नारायण गोविंद कालेलकर | १९६७ | भाषा : इतिहास आणि भूगोल |
| १३ | श्रीमती.इरावती कर्वे | १९६८ | युगान्त |
| १४ | श्री.श्रीनिवास नारायण बनहट्टी | १९६९ | नाट्याचार्य देवल |
| १५ | श्री. न. र. फाटक | १९७० | आदर्श भारत सेवक |
| १६ | श्रीमती.दुर्गा भागवत | १०७१ | पैस |
| १७ | श्रीमती.गोदावरी परुळेकर | १९७२ | जेंव्हा माणूस जागा होतो |
| १८ | श्री. गुरुनाथ आ.(जी. ए.) कुलकर्णी | १९७३ | काजळमाया |
| १९ | श्री.वि.वा.शिरवाडकर | १९७४ | नटसम्राट |
| २० | श्री.रा भा. पाटणकर | १९७५ | सौंदर्य मीमांसा |
| २१ | श्री.गो.नी.दांडेकर | १९७६ | स्मरणगाथा |
| २२ | श्री.आत्माराम रावजी देशपांडे | १९७७ | दशपदी |
| २३ | श्री.चिंतामणी त्र्यंबक खानोलकर | १९७८ | नक्षत्रांचे देणे |
| २४ | श्री.शरदचंद्र मुक्तिबोध | १९७९ | सृष्टी, सौंदर्य आणि साहित्यमूल्य |
| २५ | श्री.मंगेश पाडगावकर | १९८० | सलाम |
| २६ | श्री.लक्ष्मण माने | १९८१ | उपरा |
| २७ | श्री.प्रभाकर पाध्ये | १९८२ | सौंदर्यानुभव |
| २८ | श्री.व्यंकटेश माडगूळकर | १९८३ | सत्तांतर |
| २९ | श्रीमती.इंदिरा संत | १९८४ | गर्भरेशमी |
| ३० | श्री.विश्राम बेडेकर | १९८५ | एक झाड आणि दोन पक्षी |
| ३१ | श्री.ना.घ.देशपांडे | १९८६ | खूणगाठी |
| ३२ | श्री.रा.चिं.ढेरे | १९८७ | श्री विठ्ठल: एक महासमन्वय |
| ३३ | श्री.लक्ष्मण गायकवाड | १९८८ | उचल्या |
| ३४ | श्री.प्रभाकर उर्ध्वरेषे | १९८९ | हरवलेले दिवस |
| ३५ | श्री.आनंद यादव | १९९० | झोंबी |
| ३६ | श्री.भालचंद्र वनाजी नेमाडे | १९९१ | टीका स्वयंवर |
| ३७ | श्री.विश्वास पाटील | १९९२ | झाडाझडती |
| ३८ | श्रीमती.विजया राजाध्यक्ष | १९९३ | मर्ढेकरांची कविता |
| ३९ | श्री.दिलीप पुरुषोत्तम चित्रे | १९९४ | एकूण कविता-१ |
| ४० | श्री.नामदेव कांबळे | १९९५ | राघववेळ |
| ४१ | श्री.गंगाधर गाडगीळ | १९९६ | एका मुंगीचे महाभारत |
| ४२ | श्री.म.वा.धोंड | १९९७ | ज्ञानेश्वरीतील लौकिक सृष्टी |
| ४३ | श्री.सदानंद मोरे | १९९८ | तुकाराम दर्शन |
| ४४ | श्री.रंगनाथ पठारे | १९९९ | ताम्रपट |
| ४५ | श्री.ना.धों.महानोर | २००० | पानझड |
| ४६ | श्री.राजन गवस | २००१ | तणकट |
| ४७ | श्री.महेश एलकुंचवार | २००२ | युगान्त |
| ४८ | श्री.त्र्यंबक विनायक सरदेशमुख | २००३ | डांगोरा एका नगरीचा |
| ४९ | श्री.सदानंद देशमुख | २००४ | बारोमास |
| ५० | श्री.अरुण कोलटकर | २००५ | भिजकी वही |
| ५१ | श्रीमती. आशा बगे | २००६ | भूमी |
| ५२ | श्री.गो.म.पवार | २००७ | विठ्ठल रामजी शिंदे:जीवन व कार्य |
| ५३ | श्री.श्याम मनोहर | २००८ | उत्सुकतेने मी झोपलो |
| ५४ | श्री.वसंत आबाजी डहाके | २००९ | चित्रलिपी (काव्यसंग्रह) |
| ५५ | श्रीमती. सरोज देशपांडे | २०१० | अशी काळवेळ (अनुवादित) |
| ५६ | कवी ग्रेस | २०११ | वा-याने हलते रान (ललितलेख) |
| ५७ | श्री.जयंत पवार | २०१२ | फिनिक्सच्या राखेतून ऊठला मोर (कथासंग्रह) |
| श्रीमती.शारदा साठे | २०१२ | पांथस्थ-एका भारतीय साम्यवादी नेत्याची मुशाफिरी (अनुवादित) | |
| ५८ | श्री.सतीश काळसेकर | २०१३ | वाचणा-याची रोजनिशी |
| ५९ | श्री.जयंत नारळीकर | २०१४ | चार नगरातले माझे विश्व (आत्मचरित्र) |
सौजन्य – लोकराज्य साहित्य संमेलन विशेषांक – जानेवारी – फेब्रुवारी २०१२ व साहित्य अकादमी संकेतस्थळ
